सोमवार, 3 अप्रैल 2017

भारत अन्यों के प्रति घृणा और नफरत का समाज बन रहा है !

(तालिबानी भारत के लक्षण)
-भारत स्थित 43 अफ्रीकी राजदूतों का संयुक्त बयान


दिल्ली में, खास तौर पर यूपी के नोएडा में अश्वेत लोगों पर पिछले कई दिनों से जिस प्रकार के वहशियाना हमलें किये जा रहे है, उनकी तीखी निंदा करते हुए भारत स्थित 43 अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने एक संयुक्त बयान देकर भारत सरकार से यह मांग की है कि वह इन हमलों की कड़ी निंदा करे। उन्होंने अपने बयान में इन हमलों को झिनोफोबिक (अन्य के प्रति भय और घृणा से भरा हुआ) और नस्लवादी बताया है।

भारत के आज तक के कूटनीतिक इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब एक महादेश के सभी राष्ट्र मिल कर भारत की सामाजिक परिस्थिति की निंदा करें और सरकार से भी उसकी भर्त्सना की मांग करें। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की मानव अधिकार परिषद से भी इसकी जांच करने की अपील की है।

सबसे अधिक चिंताजनक बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से चल रहे इन हमलों के बावजूद आज तक प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने इनकी निंदा में एक शब्द भी नहीं कहा है। भारत के विदेश मंत्रालय ने अफ्रीकी राजदूतों के इस संयुक्त बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। लेकिन पूरे भारतीय समाज को परस्पर घृणा और नफरत से भर देने की राजनीति में लगे मोदी-योगी युगल ने अभी तक इस विषय पर अपनी शर्मनाक चुप्पी बनाये हुए हैं।

आज जरूरी है कि मोदी-योगी के नेतृत्व में चल रहे भारत के तालिबानीकरण के पूरे अभियान की अफ्रीकी राजदूतों के बयान के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए प्रत्येक शुभबुद्धि-संपन्न नागरिक कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करें।

https://www.telegraphindia.com/1170404/jsp/frontpage/story_144458.jsp#.WOMzNlWGPIU

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