शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017

ट्रौल की भूमिका में प्रधानमंत्री

-अरुण माहेश्वरी

अभी हफ्ता भर भी नहीं बीता हैं। हमने अपने ब्लाग ‘चतुर्दिक’ पर स्वाती चतुर्वेदी की किताब ’I am a Troll' की एक समीक्षा की थी जिसमें तमाम तथ्यों के आधार पर यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ‘ऑनलाइन गुंडे’ कहे जाने वाले ट्रौल्स के एक गिरोह का खुद बाकायदा नेतृत्व कर रहे हैं। उनका यह गिरोह सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की बातें चलाया करता है, इसके ढेरों उदाहरण के साथ ही इसमें एक ट्रौल साधवी खोसला की आत्म-स्वीकृति भी शामिल है जिसमें वे बताती है कि वे सोनिया गांधी और उनके परिवार के बारे में किस प्रकार की झूठी कहानियों को गढ़ कर प्रचारित करती रही है।

वे बताती है कि नरेन्द्र मोदी के इशारों पर काम करने वाले अरविंद गुप्ता ने राजीव गांधी के खिलाफ हिंदू-विरोधी सोनिया गांधी की साजिशों, प्रियंका गांधी में तुनकमिजाजी की बीमारी, पति राबर्ट वाडरा से उनके अलग हो जाने और राहुल गांधी के नशीली दवाएं लेने और एक गैर-हिंदू औरत से उनकी शादी और उस रखैल से राहुल गांधी के बच्चों तक की झूठी कहानियां इंटरनेट पर चलवाई थी। राहुल गांधी का मजाक उड़ाते रहो, यह उनका हमेशा का एक लक्ष्य है।

कहना न होगा, अरविंद गुप्ता भाजपा के कथित आईटी सेल का प्रमुख व्यक्ति है जो सीधे प्रधानमंत्री के संपर्क में रहता है।

कल उत्तर प्रदेश में मोदी जी राहुल गांधी पर छींटाकशी करते हुए कह रहे थे कि 'ये ऐसे नेता है, जिनके बारे में गूगल पर आपको सबसे ज्यादा चुटकुले मिल जायेंगे !'

प्रधानमंत्री अपनी सभा में लोगों से यह बताना भूल गये कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी आदि के बारे में सारी गंदी बातें जिन कारखानों में तैयार होती है, उनके निदेशक और कोई नहीं, किसी न किसी प्रकार से वे खुद हैं।

आज के ‘टेलिग्राफ’ में ट्रौल की भूमिका में प्रधानमंत्री के बारे में जो रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, उसे हम यहां साझा कर रहे हैं। और इसके साथ ही ’I am a Troll” किताब की हमने जो समीक्षा लिखी थी, ब्लाग के उस लिंक को भी यहां दे रहे हैं।

  https://chaturdik.blogspot.in/2017/02/blog-post_8.html

  https://www.telegraphindia.com/1170211/jsp/nation/story_135240.jsp#.WJ6Zf1V97IU

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