उत्तर प्रदेश, बिहार की ज़मीनी सचाई की रिपोर्ट ज्यों-ज्यों सामने आ रही है, यह साफ़ दिखाई देने लगा है कि 16 मई के बाद भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों की सूची में मनमोहन सिंह के अलावा और एक नाम शामिल होगा -नरेन्द्र मोदी ।
नरेंद्र मोदी का विदाई भाषण होगा - "भाइयों और बहनों, अपने इस आठ महीने के वर्चुअल कार्यकाल में भारत को बाँटने की कोशिश में तो हमने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी, लेकिन भारत के लोग इतने ढीठ है कि वे देश के आगे और बँटवारे के लिये तैयार ही नहीं हुए । इसके अलावा, उन्हें अपनी बदहाली की याद दिलाते हुए जनतंत्र नामक बला से मुक्ति के लिये भी कम नहीं उकसाया, लेकिन वे हैं जो बंदरी की तरह अपनी इस निष्प्राण सी अौलाद को भी छाती से चिपकाये रहे । इसका मलाल हमें हमेशा रहेगा, क्योंकि इन महत कामों के लिये हमने अपनी पार्टी तक का बलिदान कर दिया । अब सिर्फ़ इतना ही कहना है कि पार्टी का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा । उसकी इस वीरतापूर्ण शहादत पर हम अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।"
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