शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2016

हार्पर ली नहीं रही


'To Kill a Mockingbird' उपन्यास की किंवदंती लेखिका हार्पर ली नहीं रही । पचपन साल पहले एक काले परिवार को नस्लवादियों की घृणा से बचाने की लड़ाई लड़ने वाले छोटे से क़स्बे के वक़ील ऐटिकस फ़िंच की लड़ाई की अमर कहानी कहानी कहने वाली हार्पर ली के इस उपन्यास की अब तक चार करोड़ से ज्यादा प्रतियाँ बिक चुकी है । इस उपन्यास को पुलिजर पुरस्कार भी मिला था ।
आज जब हम भारत में काला कोट पहने वकीलों को देशभक्ति की आड़ में सांप्रदायिक नफ़रत के ज़हर को उगलते हुए देखते हैं, तब इस अमेरिकी लेखिका का जाना और भी दुखजनक लगता है । उन्होंने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले एक वक़ील की कहानी कहके सारी दुनिया को न्याय और बराबरी का संदेश दिया था ।
ली नयासी साल की हो चुकी थी । आज ही अमेरिका के अलबामा के मोनरेविले में अपने घर के निकट के एक नर्सिंग होम में उनकी मृत्यु हुई ।
हम उन्हें आंतरिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।

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