भाजपा और उसकी सेवा में लगे मीडिया ने अभी आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ दो बातों का प्रचार जोर-शोर से चला रखा है।
पहला यह कि कांग्रेस जो काम नहीं कर पायी, वह उसे ‘आप’ के माध्यम से करवा रही है। अर्थात ‘आप’ कांग्रेस की बी टीम है।
दूसरा यह कि ‘आप’ माओवादियों-नक्सलियों और अराजक तत्वों का समूह है।
इस प्रचार का पहला उद्देश्य यह है कि इसके दबाव में आकर ‘आप’ अपने हमलों को पूरी तरह से कांग्रेस पर संकेंद्रित कर दें और भाजपा को बख्श दें क्योंकि जब से केजरीवाल जी ने गुजरात के विकास के झूठ को उजागर किया है, ‘आप’ के वार भाजपा के लिये काफी महंगे साबित होने लगे हैं।
इस प्रचार का दूसरा उद्देश्य यह है कि वामपंथियों को अछूत सा बताते हुए यह सुनिश्चित करें कि ‘आप’ का वामपंथियों से कोई संपर्क न बनने पायें। ऐसा होने पर भारत में स्वच्छ और ईमानदार राजनीति के एक नये अध्याय की शुरूआत होगी, जैसा समूचे लातिन अमेरिका में हो चुका है। यह भी कांग्रेस के खिलाफ विकल्प के तौर पर खुद को पेश करने की भाजपा की कोशिश पर बड़ा आघात होगा।
पहला यह कि कांग्रेस जो काम नहीं कर पायी, वह उसे ‘आप’ के माध्यम से करवा रही है। अर्थात ‘आप’ कांग्रेस की बी टीम है।
दूसरा यह कि ‘आप’ माओवादियों-नक्सलियों और अराजक तत्वों का समूह है।
इस प्रचार का पहला उद्देश्य यह है कि इसके दबाव में आकर ‘आप’ अपने हमलों को पूरी तरह से कांग्रेस पर संकेंद्रित कर दें और भाजपा को बख्श दें क्योंकि जब से केजरीवाल जी ने गुजरात के विकास के झूठ को उजागर किया है, ‘आप’ के वार भाजपा के लिये काफी महंगे साबित होने लगे हैं।
इस प्रचार का दूसरा उद्देश्य यह है कि वामपंथियों को अछूत सा बताते हुए यह सुनिश्चित करें कि ‘आप’ का वामपंथियों से कोई संपर्क न बनने पायें। ऐसा होने पर भारत में स्वच्छ और ईमानदार राजनीति के एक नये अध्याय की शुरूआत होगी, जैसा समूचे लातिन अमेरिका में हो चुका है। यह भी कांग्रेस के खिलाफ विकल्प के तौर पर खुद को पेश करने की भाजपा की कोशिश पर बड़ा आघात होगा।
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