रविवार, 18 दिसंबर 2016

कैशलेस और आतंकवाद


नरेंद्र मोदी और भाजपा के उन सभी नेताओं के लिये कुछ जरूरी जानकारी जो धड़ल्ले से इस झूठ को फैला रहे हैं कि नोटबंदी और कैशलेसनेस से आतंकवाद ख़त्म हो जायेगा :

1. मुंबई में 26/11 के भयंकर आतंकवादी हमले का एक प्रमुख अपराधी कसव के सर्वाधुनिक स्मार्ट फोन में अमेरिका के वीआईपी लोगों को कहीं भी रुपया उपलब्ध कराने वाले 'कैलफोनेक्स' का लिंक था । पाकिस्तान के 'मनीग्राम' और इटली के 'वेस्टर्न यूनियन' द्वारा इस लिंक के मार्फ़त आनलाइन रुपया ट्रांसफ़र हुआ था । हेडली और कसव को एक भी रुपया नगद नहीं दिया गया था ।

2. हाफ़िज़ सईद का लस्करे तैयबा भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिये जो रुपये इकट्ठा करता है, वह नगदी नहीं होता है । सभी प्रकार के आतंकवादी संगठनों में सारे आर्थिक लेन-देन आनलाइन ही हुआ करते हैं ।

3. पिछले दिनों फ्रांस में आतंकवादी हमलों की बहुत दर्दनाक घटनाएँ घटती रही है । शार्ली हाब्दो को हम कभी भूल नहीं सकते जब आतंकवादियों ने इस पत्रिका में छपे कार्टूनों के लिये उसके दफ़्तर में घुस कर संपादक सहित सब लोगों की हत्या कर दी थी । इसी प्रकार वहाँ के नीस शहर में एक कन्सर्ट कार्यक्रम में ट्रक के नीचे कुचल कर 84 लोगों की हत्या कर दी गई थी । इसी प्रकार ब्रसेल्स के बेल्जियम में आतंकवादियों के हमले हुए । ये वे देश है जहाँ लगभग 92 प्रतिशत लेन-देन कैशलेस होता है । लेकिन आतंकवादियों के हमलों को कहीं भी रोका नहीं जा सका था ।

4. जाहिर है, कैशलेस से आतंकवाद का मुक़ाबला करने की बात एक कोरा झूठ है और भाजपा के सारे नेता प्रधानमंत्री के सुर में सुर मिला कर हमेशा इस झूठ को रटते रहते हैं ।

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